अध्याय -2
भारत के संसाधान -२
हेलो दोस्तों इस पोस्ट हम 10 वी कक्षा की अध्याय -2 भारत के संसाधन -2 के प्रश्न के बारे में पढने वाले है, इससे पहले वाले पोस्हट में हमने अध्याय-2 भारत के संसाधन -1 के बारे में पढ़ा आज इस पोस्ट में भारत के संसाधन -2 के बारे में पढेंगे | आज इस पोस्ट में भारत में प्रयोग होने वाले संसाधनो के बारे में जानेंगे तो आप सभी इसे पोस्ट को समझने के लिए इस पोस्ट को अंत तक जरुर पढ़े और सारे प्रश्नों के शंका को दूर करे तो हम चलते है हमारे पहले प्रश्न की तरफ |
प्रश्न -1. खाद्यान्न फसलों से क्या तात्पर्य है खरीफ तथा रबी फसल में अंतर लिखिए। (2018)
उत्तर -
खाद्यान्न फसलों का तात्पर्य उन फसलों से है जो भोजन के लिए मुख्य पदार्थों का कार्य करती है, खाद्यान्न फसले कहलाती है। खाद्यान्न फसलों में अनाज व दाले आदि आते हैं।
जैसे - चावल ,गेहूं ,मक्का, तुअर, बाजरा एवं आदि दाले हैं।
खरीफ तथा रबि फसल में अंतर-
खरीफ फसल
1.यह फसलें ऋतु आगमन के समय बुआई शुरू होती है।
2. इन फसलों का उत्पादन प्रति हेक्टेयर कम होता है।
3. इन फसलों की कटाई सितंबर -अक्टूबर में होती है।
4. इसकी प्रमुख फसलें ज्वार, चावल, मक्का ,कपास, बाजरा आदि है।
रबी फसल
1. यहां फसल शरद ऋतु के आगमन में बोई जाती है।
2. इन फसलों का उत्पादन प्रति हेक्टेयर अधिक होता है।
3. इनकी कटाई मार्च-अप्रैल में होती है।
4. इसकी प्रमुख फसलें गेहूं, जौ ,सरसों, चना, तिल, अलसी आदि है।
प्रश्न -2 हरित क्रांति से आप क्या समझते हैं। (2018)
उत्तर -
हरित क्रांति का आशय कृषि उत्पादन के उस तीव्र वृद्धि से हैं, जो अधिक उपज देने वाले बीजो ,रासायनिक उर्वरकों तथा नए तकनीक के प्रयोग के परिणाम स्वरूप हुई है, इस क्रांति के परिणाम स्वरूप नए फसलों की उत्पादकता में काफी वृद्धि हुई है, भारतीय कृषि में उन्नत किस्म के बीजों का प्रयोग बढ़ता जा रहा है। गेहूं वा चावल अधिक उत्पादन में पंजाब, हरियाणा, गुजरात, आंध्र प्रदेश ,तमिलनाडु में होता है इन जगह पर उन्नत किस्म के बीजों का प्रयोग किया जाता है।
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