C प्रोग्राम की बेसिक स्ट्रक्चर के बारे में ( Basic structure of C program in hindi )

 C प्रोग्राम की बेसिक स्ट्रक्चर in हिंदी ( Basic structure of 

C program in hindi )

        इस पोस्ट में हम बात करने वाले है 'सी' प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के बेसिक स्ट्रक्चर के बारे में  जिससे आप यह जान पाएंगे की  'सी' प्रोग्राम कितने पार्ट्स से मिलकर बना होता है ,आप निचे इमेज में देख सकते है इसमें प्रोग्राम के हर एक section का नाम  लिखा है और उस section को उदहरण के रूप में दर्शया गया है मई आप लोगो को इन्ही सभी section के बारे में explain करके बताने वाला हु , step -by-step हर section को जानेगें with example :
  
                

'सी' प्रोग्राम के मुख्य भाग (main section of 'C' programs)

'सी' प्रोग्राम के मुख्य भाग निन्म लिखित है:-

1.Document section:-  इस section में कमेंट लाइन का प्रयोग किया जाता है जिनका use प्रोग्राम का नाम,author एंड other इनफार्मेशन प्रोग्राम के साथ लिखने के लिए किया जाता है जो भविष्य में प्रोग्राम के लिए usefull होती है|
                        Example:-  /* program to find area of circle*/

2. Link section:-  यह section प्रोग्राम के फंक्शन को system के लाइब्ररी से लिंक करने के लिए कम्पाइलर को कमांड प्रदान करता है|
                        Example:- #include <studio.h>

3. डेफिनिशन section :-  इस section में सभी सिंबॉलिक कंटेंट define किये जाते है|
                           Example:-  #define  PI.3.1428571

4. ग्लोबल डिक्लेरेशन section:-  एसे वेरेबल जिनका प्रयोग एक से अधिक फंक्शन में किया जाता हो उन्हें ग्लोबल  वेरेबल  कहते है एंड ये वेरेबल ग्लोबल डिक्लेरेशन section में define किये जाते है यह section , main() section से पहले इस्तमाल किये जाते है|
                            Example:- int a,b,c;

5.  main( ) फंक्शन section:-  हर कोई 'सी' प्रोग्राम एक main() फंक्शन का होना जरुरी होता है इस section के दो part है:- 
a) declaration part 

                    b) executable part 

a) declaration part :-  इस  भाग में वह सभी वेरेबल  घोषित किये जाते है जिनका प्रयोग executable part में होता है|

                जैसे:- int a; int a=5;

 b)  executable part :- इस भाग में प्रोग्राम के कमांड क्रम से लिखे जाते है, यह भाग प्रोग्राम का वह भाग होता है जिसमे प्रोग्राम की रियल फंक्शन executable को निर्धारित करती है , executable part में कम - से - कम एक कमांड का होना जरुरी है main ( )  section के दोनों part ( declaration part , executable part ) मंझले कोष्टक के मध्य लिखा जाता है बंद करने वाला मझला कोष्टक अंत में लिखा जाता हैं|

6.   sub program section :-  इस section में यूजर के द्वारा define फंक्शन को लिखा जाता है जो की main ( ) फंक्शन में call किया जाता है |

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